2025 की सबसे ज्यादा कांड में फंसी हुई पिक्चर फाइनली रिलीज़ हो गई तुमको अगर नहीं आईडिया तो सुनोगे दिमाग पकड़ लोगे कि भाई ये क्या चल रहा है सो मच ड्रामा बिग बॉस
फेल मैड ऑफ फिल्म्स जिनका नाम तुमने शायद कहीं तो देखा होगा अगर नहीं याद आ रहा तो इन्होंने स्त्री स्त्री टू मुंजा छावा मूवी कई सालों से बनाते तो आ रहे हैं |
लेकिन पिछले एक साल में जो इन्होंने धागा खोला है हिंदी सिनेमा की दो सबसे बड़ी पिक्चरें इन्होंने ही प्रोड्यूस करी है और उनकी तरफ से जब अगली मूवी अनाउंस हुई |
1.🕺 राजकुमार राव की नई टाइम लूप कॉमेडी – ‘भूलचक माफ’ :-
राजकुमार राव मेन लीड है एक और कॉमेडी वाली पिक्चर नाम है भूलचक माफ जिसका टीजर ट्रेलर यूनिक तो लगा था क्योंकि उसका कांसेप्ट सुन लो हीरो हीरोइन एक दिन लड़ते
हैं | प्यार में पड़ते हैं दोनों को शादी करनी है शादी हो गई एक लव स्टोरी का जो मेन कहानी होता है वो हो चुका है ऑलमोस्ट क्योंकि वो जो शादी वाली बात मैंने बोली
उसके लिए दोनों फैमिली जैसे तैसे करके रेडी पहले 15 मिनट में एक यहां वहां की शर्त जरूर होती है जो मैं बताऊंगा नहीं स्पॉइलर नहीं दूंगा डोंट वरी क्योंकि
ट्रेलर में नहीं बताया था लेकिन पिक्चर के अंदर आज 29 तारीख है 29 हीरो को हल्दी लगती है कल 30 को उसकी शादी है | बड़ी खुशी
से गाना ववाना बज रहा है सब कुछ लगवा लिया रात को सोता है अगले दिन उठता है फिर से 29 फिर से हल्दी की तैयारी हो रही है | फिर वो हल्दी लगवाता है फिर से गाना बजाना
होता है फिर रात को जाके जब सोता अगले दिन उठता है फिर से 29 फिर से हल्दी की तैयारी हो रही है तो जिस 30 तारीख का वो इंतजार कर रहा था कि 30 को मेरी शादी होगी वो 30
आ नहीं रहा है रिपीट पे सिर्फ 29 चल रहा है टाइम लूप व्हाई मैं नहीं बताऊंगा बिकॉज़ आई केयर अबाउट यू नो स्पइलर्स वही इस मूवी की मेन कहानी है और इसका मेन मैसे और तो बडो पिक्चर मैंने तुमको समझा दिया पिक्चर के साथ जो होता है |
2. ⚖️ थिएटर से ओटीटी... और फिर कोर्टरूम ड्रामा!
9 तारीख को रिलीज़ होने वाली थी फ़ के नोटिफिकेशन को ऐसा नीचे करके देखो आज 9 तारीख नहीं है धूमधाम से टीजर ट्रेलर प्रमोशन सब कुछ चालू कर दिया था कि हम लोग
9 मई को आने वाले हैं लेकिन इंडिया पाकिस्तान का जो कुछ हुआ तो अपने आने के ठीक एक दिन पहले इस मूवी के मेकर्स अनाउंस करते हैं कि हम लोग थिएटिकल रिलीज कैंसिल
कर रहे हैं पोस्टपोन डिले बाद में कभी आएंगे नहीं सीधा उड़ा दिया एडवांस बुकिंग चालू कर दी थी एडवांस में टिकट बेच दिए थे सब कुछ कैंसिल उसके बदले बेटा जी ठीक एक
हफ्ते बाद मतलब अगले ही फ्राइडे 16 तारीख को ये तुमको ओटीटी पे देखने मिल जाएंगी प्राइम वीडियो थिएटर ओली रिलीज़ को डिलीट जो यूजुअली 2 महीने बाद मूवीज आती है
ओटीटी पे तुम एक हफ्ते में ले लो जिससे किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए थी | क्योंकि प्रोड्यूसर ने पैसा लगाया पिक्चर बनाया वो जहां रिलीज़ करे शॉकिंग था लेकिन
लग रहा था कि मैटर सेटल हो चुका है लेकिन एक मिनट उनके ऊपर केस करते हैं पीवीआर आईनोक्स कि तुमने जब इतना प्रमोशन किया तोहमने भी काफी कुछ किया था उसके बैनर लगाए
थे उसका ट्रेलर चलाया था उसका पता नहीं क्या-क्या तो इसलिए 60 करोड़ 60 करोड़ का केस और यह रियल में हुआ है | एकदम ऑफिशियली
कंफर्म्ड 9 तारीख रिलीज डेट इसका हो के निकल चुका चुका है और दोनों पार्टीज कोर्ट में लड़ रही है कि क्या होगा फ्यूचर को लेके ओटीटी या वापस थिएटर फाइनल रिजल्ट
ऐसा निकला कि इस मूवी को थिएटर से कैंसिल करके ओटीटी किया था | अब ओटीटी से कैंसिल करके वापस थिएटर में लगा रहे हैं तो इसलिए
आज ये मूवी थिएटर के अंदर रिलीज हुई है |
3.😅 क्या फिल्म वाकई फनी है या बस ट्रेलर में ही मसाला था?
मूवी वर्थ इट सबसे पहले इसका कांसेप्ट मैंने
तुमको बताया काफी यूनिक काफी हटके है कि तुम एक इंडियन मूवी के अंदर टाइम ट्रेवल देख रहे हो बेसिकली और वो भी बंदा ऐसे सिचुएशन में फंस चुका है कि बस शादी होने
वाली है लेकिन हो नहीं रही है तुम इमेजिन करो तुम्हारा फ्रस्ट्रेशन कि ऐसा निवाला आ अंदर नहीं जा रहा है बस टीजर ट्रेलर को देखने के बाद इसके ह्यूमर का जो अंदाजा लग
रहा था |
सबकी बात नहीं कर रहा हूं बट कुछ-कुछ ये डर मुझे लग तो रहा था कि वो लोग हंसाने के चक्कर में पूरी पिक्चर ही ऐसी ना बना दे कि बहुत ज्यादा कर रहे हो लेकिन जो फाइनल
रिजल्ट मैंने देखा उसके अंदर इसका ह्यूमर काम करता है मे बी 50 60% ऑफ द टाइम जिसके पीछे सबसे बड़ा क्रेडिट तो मैं एक्टर्स को दूंगा राजकुमार राव जब फॉर्म में चलते हैं
और हिट करते हैं ना तो डायलॉग्स की भी जरूरत नहीं पड़ती बरेली की बर्फी का वो सीन याद है ऐसा वाला या फिर स्त्री को ले लो द गाय लेकिन वहीं पर जब
निशाना चूक जाता है
आई डोंट रिमेंबर द नेम बार-बार देखो के अंदर ही इज गुड कुछ लाइंस एकदम डिलीवर करते हैं वामिका की यह पहली मूवी नहीं है जो मैं देख रहा हूं लेकिन मैंने पहली बार
नोटिस किया और ये मिड बजट कॉमेडी मूवीस के अंदर अब तक जो मेजॉरिटी नोटेबल नाम हमने देखे हैं सारा अली खान अनन्या पांडे और
मतलब वो पूरा गैंग जिसमें लव यपा से लेटेस्ट एंट्री लेने वाली खुशी कपूर को भी ले लो उनसे मच बेटर लेकिन कॉमेडी के लिए पूरी पिक्चर का एमवीपी अवार्ड लेके जाते
हैं फिर से अपने ( रघुवीर यादव ) पंचायत वाले यहां पर भी कमाल एकदम थोड़े सीन्स के लिए ही थे लेकिन जब भी आ रहे थे मजा आ रहा था | भूलचक माफ के जॉनर में तुम रोमांटिक कॉमेडी जरूर देखोगे लेकिन रोमांस बहुत ज्यादा ज्यादा कम है मतलब बहुत ही ज्यादा कम है कोई पॉजिटिव या
नेगेटिव बात नहीं मैं सिर्फ तुमको इन्फॉर्म कर रहा हूं ताकि देखने से पहले माइंडसेट सही हो जाए रोमांस के बदले साइंस फिक्शन ज्यादा दिखा दिया है और गाने ओवरऑल
पॉजिटिव साइड पे ही थे एक वो आइटम सॉन्ग अगर नहीं डालते तो ज्यादा बेटर होता आई थिंक क्योंकि ना तो उसको सुनने में मजा आया ना देखने में क्या तुम लोग फील कर रहे
हो कि अभी कुछ आने वाला है कि अरे बादल हम तुमको इतने साल से देखते हैं |
एक बहुत बड़ा इफ एंड बट अगर ऐसा तुमको फील हो रहा है तो मुझे बहुत अच्छी तरीके से जानते हो क्योंकि मूवी परफेक्ट नहीं है और देखो सबसे बड़ा इशू इस पिक्चर को लेके
पता है तुमको क्या है कि इतना यूनिक कांसेप्ट लेने के बाद भी पिक्चर भीड़ में खो जाती है कौन से भीड़ की बात कर रहा हूं तो एक पिक्चर का नाम मैंने इसी वीडियो के
अंदर मेंशन किया बरेली की बर्फी उसके आसपास से जो एक लहर चली है कि एकदम छोटे बजट में तुम राजकुमार राव या फिर आयुष्मान
खुराना को ले लो और एक टाइप की मूवी बनाओ मतलब उसका कोई ऑफिशियल नाम नहीं है शायद लेकिन मैं जो टाइप बोल रहा हूं तुमको समझ
में आ गया होगा मैं उसको कहता हूं सोशल कॉमेडीज इंडिया का एक बहुत ही मिडिल वाला मिडिल क्लास फैमिली जिसके अंदर एक काफी यूनिक वाली प्रॉब्लम अब तो लगता है कि अपन
ने सब कुछ देख लिया किसी का यह नहीं हो रहा है तो कोई 20 30 साल में छोटा भाई मिलने वाला है तुमको ध्यान में आ रहा है ना मैं कौन सी मूवीज की बात कर रहा हूं
अगर ध्यान में आ चुका है तो यह भी रियलाइज हो गया होगा कि वो सारी की सारी मूवीज एक ही टेंपलेट फॉलो करती हैं नॉर्मल सी जिंदगी एक बहुत बड़ा प्रॉब्लम प्रॉब्लम के
सबसे बीच में फंसा हुआ तो इंटरवल इंटरवल के बाद धीरे-धीरे करके सशन एंड में एकदम ड्रामेटिक वाला सीन बात सही है नहीं कहो
सही है कि नहीं तो ऐसे में ये आज वाली मूवी टाइम ट्रेवल टाइम लूप पे बेस्ड है लेकिन फिर भी वही सब और अगर तुम इसके मिड पॉइंट पे रुक कर अंदाजा लगाओगे ना कि क्या
हो सकता है मूवी कहां पे खत्म होने में तुम एकदम 100% करेक्ट हो तुम बस अंदाजा लगाने की कोशिश करो दैट इज हाउ
प्रेडिक्टेबल इट इज दूसरी प्रॉब्लम कि मूवी उसी फील्ड के अंदर भी बहुत ज्यादा ऊपर हाई टच नहीं कर पाती ना तो इसके कॉमेडी ह्यूमर में कोई ऐसा मोमेंट है जहां
पे तुम खुल के एकदम हंसे ही जा रहे हो ना तो इसके इमोशनल सीन्स उतने इंपैक्टफुल है कि भाई क्या दिखा दिया आंसू आ गए नहीं
इट्स मोर लाइक गुड इनफ इतना गुड इनफ कि मेरे को बोर नहीं हो रहा इतना गुड इनफ कि मेरे को बंद करने का मन नहीं कर रहा जो कि एक्चुअली काफी सारे लोगों के लिए एक प्लस
पॉइंट भी हो सकता है क्योंकि तुमको इतनी सीरियस पिक्चर देखनी नहीं है एक गुड टाइम चाहिए कि तुम अपने फैमिली के साथ जाओ जिसके अंदर कोई भी किसिंग सीन वगैरह नहीं
है और क्योंकि तुम इस पूरे जॉनर से ऑलरेडी वाकिफ हो 5 10 15 20 पता नहीं कितनी मूवीज देख रखी हैं तो यू नो व्हाट टू एक्सपेक्ट और ये वही डिलीवर करेगी डेफिनेटली बेटर
देन विक्की विद्या का वो वाला वीडियो लेकिन जब पिक्चर खत्म होगी और अगर तुम थोड़े बहुत भी साइंस फिक्शन टाइम ट्रेवल के फैन हो तो ऐसा फील होगा एक लॉस्ट
अपॉर्चुनिटी और आज के दिन इस मूवी को थिएटर के अंदर रेकमेंड करने का सबसे बड़ा नेगेटिव पॉइंट क्या है पता है वो जो मैंने तुमको स्टार्टिंग में पूरा कोर्ट वाला केस
वाला मामला बताया पिक्चर दो हफ्तों में शायद ओटीटी पे आ रही है सिर्फ दो हफ्तों में या तीन था शायद एक्सैक्टली आई डोंट नो तो इस केस में अगर तुमको आज के आज ही या
फिर अगले वीकेंड पे प्लान बना रहे हो कुछ लाइट हार्टेड मे बी थोड़ा सा डिफरेंट देखना है |
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